Tuesday, December 19, 2023

Best Bouquet to Give in Marriage Anniversary

Best Bouquet to Give in Marriage Anniversary




Anniversary
is the very special occasion for every marraied couples. Couple do every things to make his/her happy. Choosing a bouquet for an anniversary depends on personal preferences. Roses symbolize love, while a mix of vibrant flowers can add a touch of celebration. Consider the recipient's favorite blooms for a thoughtful touch. Here  i shareing some option which i made myself




Choosing roses for an anniversary is a thoughtful gesture. Red roses symbolize love and passion, while white roses signify purity and new beginnings. Consider the significance of the color based on the number of years you're celebrating. Is there anything specific you'd like help with regarding anniversary roses?





For an anniversary, a mixed flower bouquet can be a delightful choice. Combining roses for love, lilies for devotion, and perhaps some daisies for innocence can create a meaningful arrangement. Consider the recipient's favorite flowers or colors to add a personal touch. Is there anything specific you're looking for help with regarding a mixed flower arrangement for your anniversary? let me know in comment









Saturday, May 16, 2020

समुद्री घोड़ा की रोचक जानकारी Seahorse Information In Hindi

समुद्री घोड़ा के बारे में जानकारी Seahorse In Hindi


इस आर्टिकल Seahorse In Hindi में विचित्र सी दिखने वाली मछली के बारे ने रोचक बातें जानते है। दोस्तो, क्या आप जानते है की समुन्द्र में भी घोड़ा पाया जाता है। इस धोड़े को समुद्री घोड़ा Seahorse कहा जाता है। वेसे यह एक मछली है जो समुद्र में पाई जाती है और बिल्कुल घोड़े जैसी दिखती है।

seahorse in hindi

1. इस मछली का सिर घोड़े के सिर से काफी मिलता है और यह समुद्र में पाया जाता है इसलिये इसे समुद्री घोड़ा कहते है।

2. यह जीव हिप्पोकैम्पस प्राजाति का है। हिप्पोकैम्पस एक ग्रीक शब्द है जो हिप्पो और कोम्पस से मिलकर बनता है। हिप्पो का अर्थ घोड़ा और कोम्पस का अर्थ विचित्र समुंद्री जीव से है।

3. यह उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, यूरोपीयन, अटलांटिक समुन्द्रों में पाया जाता है।

4. समुद्री घोड़ा गलफड़ों से सांस लेता है इसलिए इसे मछली कहा जाता है और हा एक बात और इसके शरीर मे 1 भी हड्डी नही होती है सिवाय रीढ़ की हड्डी के।

5. इसके एक सांप जैसी पूँछ होती है। समुद्री घोड़ा किसी भी चीज को उसकी पूँछ की  सहायता से पकड़ता है।

6. समुद्री घोड़ा सफेद, पीला और लाल रंग का होता है।

7. इसकी लगभग 54 प्रजातिया पायी जाती है।

8. नर समुद्री घोड़ा के पेट पर कंगारू की तरह थैली होती है। मादा इसी थैली में अंडे देती है। अंडों से बच्चे निकलते है और इस क्रिया में 45 दिन का समय लगता है। इसके बाद नर थैली को खोलकर बच्चो को समुन्द्र में छोड़ देता है।

Seahorse In Hindi –

9. समुद्री घोड़ा Seahorse के बच्चो को फ्राई कहा जाता है।

10. समुद्री घोड़ा गर्मियों में ही समुद्र में दिखाई पड़ता है।

11. इस मछली के शत्रु शिकारी कम है क्यूंकि इसे कोई भी खाना पसंद नही करता है। फिर भी कुछ समुद्री शिकारी जीव इसे खाते है।

12. सी हॉर्स के दांत नही होते है और ना ही पेट होता है।

13. सी हॉर्स की दोनों आंखे अलग अलग दिशा में देखने के लिए स्वत्रंत होती है।

14. यह समुन्द्र में सबसे धीमी चलने वाली मछली होती है।

15. समुद्री घोड़ा Seahorse हमेशा जोड़ा बनाकर रहता है।

16. यह एक ऐसी मछली है जिसके गर्दन होती है।

Tuesday, May 12, 2020

महासागरों के 4 सबसे खतरनाक हिस्से जो आपकी जान भी ले सकते हैं | Dangerous place in the ocean | Subrozone

हमारी दुनिया का 70 प्रतिशत हिस्सा महासागर हैं. यह महासागर कुदरत का अमूल्य हिस्सा होता हैं. लेकिन इन महासागरों के कई हिस्से बहुत घातक हो सकते हैं. यह हैं महासागरों के चार सबसे घातक हिस्से जहाँ जाने से आपको मुश्किलों का सामना करना पड सकता है.

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1. द ब्लू होल(The Blue Hole)


अगर आपको कभी लाल सागर की यात्रा करने का मौका मिले, तब आप वहां की ब्लू होल की गुफा को जरूर देखना. यह गोताखोरों के लिए सबसे शानदार जगह है. लेकिन यह जगह सबसे घातक जगह भी है. ब्लू होल असल में एक गुफा है जो 130 मीटर लंबी है और 6 मीटर गहरी है. यह गुफा एक तरह से गोताखोरों के लिए कब्रिस्तान है. यह गुफा इसलिए घातक है क्योंकि इस गुफा में नाइट्रोजन निद्रवहन होता है जिससे आपको एक तरह से शराब जैसा नशा होने लगता है. जब आप गुफा की गहराई में जाते रहते हैं तो यह नशा ओर ज्यादा होता जाता है. इस जगह पर कई गोताखोरों ने अपनी जान गंवाई है.

2. चीन की नदियाँ (The Rivers Of China)


हमने नदियों को अपनी सूची में इसलिए डाला क्योंकि नदियाँ भी अंत में महासागरों में जाकर मिलती हैं. चीन की नदियाँ भी महासागरों की सबसे घातक हिस्सा होती हैं. वैसे भी चीन में प्रदुषण की समस्या बहुत बढ़ी है. चीन में उद्योग बहुत बुरे तरीके से पर्यावरण में प्रदूशन फैलाते हैं. चीन की नदियां और झीलें पूरी तरह से प्रदूषित हैं और इन नदियों में मछलियों का नामो-निशान भी नहीं है. चीन की नदियों का 78 प्रतिशत हिस्सा मानव के लिए बहुत घातक है.

3. दक्षिणी महासागर(The Southern Ocean)


अन्टार्टिक जिसको बर्फ का सबसे बढ़ा हिस्सा भी कहा जाता है यह महासागरों का सबसे घातक हिस्सा है. इस जगह से गुजरने वाले जहाजों और यात्रियों को यहां की कठोर जलवायु का सामना करना पढ़ता है. यहां पर बहुत सारे बढ़े-बढ़े हिमशैल हैं जिन से जहाजों के टकराने का खतरा हर समय बना रहता और यह जहाजों को भारी क्षति पहुंचा सकते हैं. नाविकों ने विशेष तौर पर दक्षिणी अन्टार्टिक की तीन जगहों को सबसे खतरनाक बताया है उन्होंने इन जगहों के नाम कोड में दिए हैं कोड नंबर 40, 50 और 60 यहां की सबसे खतरनाक जगह हैं.

4. हिंद महासागर (The Indian Ocean)


हिंद महासागर में हमारे ग्रह का एक तिमाही पानी है. इस महासागर में उष्णकटिबंधीय तूफ़ान, मानसून और चक्रवात आते रहते हैं. हालांकि यह कुदरती आफतें इस महासागर को घातक नहीं बनाती. यहाँ की मुख्य समस्या यहाँ के समुद्री डाकू हैं. यह समुद्री डाकू ज्यादातर सोमालिया से हैं जिन्होंने हिंद महासागर में आतंक मचा के रखा हुआ है. वह कई बार इस महासागर से निकलने वाले समुद्री जहाजों को अपना निशाना बनाते हैं और कई बार लोगों को जान से भी मार देते हैं.

Saturday, May 9, 2020

समुद्र के इन 3 छुपे हुये रहस्यों को जानकर आप दंग रह जायेंगे। 3 Unsolved Mystery Of Sea in HINDI | Subrozone








दोस्तों हमारी पृथ्वी के करीब 70% हिस्से पर समुद्र है और पृथ्वी पर जितने भी प्रकार के जीव जंतु है . उनमें से 90% जीव समुद्री जीव है मतलब वह समुद्र में रहते हैं और मानव सहित सिर्फ 10% जीव ही धरती पर वास करते हैं| समुद्र बेहद रहस्यमई होते हैं, इंसान ने आज तक सिर्फ 5% समुद्र की खोज की है समुद्र का 95% हिस्सा अभी भी हमारे लिए अंजाना है . कुछ वैज्ञानिकों का तो यहां तक मानना है कि हम चांद के बारे में ज्यादा जानते हैं और समुद्र के बारे में कम , तो दोस्तों आज मैं आपके लिए तीन ऐसे ही अनसुलझे समुद्री रहस्य लेकर आया हूं , जिन्हें जानकर आप दंग रह जाएंगे … अगर जानकारी पसंद आए तो हमारी पोस्ट को शेयर और लाइक जरूर कीजिएगा |


1.समुद्र में बसा शहर .
जापान में Yonaguni के तट पर कुछ ऐसी संरचनाएं मिली है , जो किसी पुराने शहर का का अवशेष लगती है. हालांकि विशेषज्ञों की इस बारे में एक राय नहीं है कुछ लोगों का मानना है कि यह कुदरती संरचनाएं हैं और अपने आप बने हैं जबकि कुछ वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि यह पानी में डूबा शहर है , जो कभी समुद्र के तट पर बसा हुआ था और हजारों साल पहले यहां लोग रहते थे लेकिन किसी वजह से पानी का स्तर बढ़ने से यह शहर डूब गया | लेकिन जब इस शहर का बारीकी से अध्ययन किया गया तो कुछ चौंका देने वाले तथ्य सामने आए यहां पर कई जगह पिरामिड और गोल आकृति वाली संरचनाएं हैं , खंबे हैं और अन्य ज्योमेट्रीकल कलाकृतियां भी हैं .






यह पिरामिड काफी हद तक वैसे ही दिखाई देते हैं जैसे कि मिस्र के पिरामिड हैं | इसलिए वैज्ञानिक मानने लगे कि इस शहर को इंसानों के बजाय किसी अन्य सभ्यता ने बनाया है , हो सकता है कि वह सभ्यता एलियन की हो और यह एलियंस पानी में ही रहते हो और पानी में ही सास ले पाते हो | हमारे ग्रह की मछलियों की तरह | इसी शहर से कुछ सौ किलोमीटर की दूरी पर दक्षिणी जापान में आज भी इस समुद्र में कुछ ऐसी अनोखी आकृतियां मिलती है कि मानो जैसे यहां पर कोई यूएफओ लैंड हुआ हो . हालांकि कुछ वैज्ञानिक कहते हैं की मेल ऑफर नामक एक मछली है , जो कि ऐसी आकृतियां बनाती है | लेकिन ऐसी सटीक आकृतियां बनाना किसी मछली के बूते की बात नहीं लगती | इसीलिए इस बात की संभावना ज्यादा है कि यह आकृतियां किसी यूएफओ की ही है , जिसमें बैठकर एलियंस आज भी अपने खोए हुए शहर को देखने आते हैं |



2. समुद्री दैत्य
सदियों से किस्से कहानियों में और लोक कथाओं में समुद्री जातियों का वर्णन मिलता है . बहुत सारे लोग इन देखने का दावा भी करते हैं| माना जाता है कि यह भारी भरकम और विशालकाय प्राणी समुद्र की गहराइयों में रहते हैं | यह प्राणी ड्रैगन , सांप या किसी भी तरह के हो सकते हैं . जैसा कि आपको पता ही है कि इंसान ने समुद्र का सिर्फ 5% हिसा ही खोजा है और इंसान समुद्र में अधिकतम 500 मीटर की गहराई तक ही पहुंच पाया है | जब की समुद्र की गहराई 10000 मीटर तक है . संभव है कि ऐसे दैत्य पानी में बेहद अधिक गहराई में वास करते हैं और उस जगह को पुराणों में पाताल लोक कहां गया हो और ऐसा भी हो सकता है कि यह जीव कभी कभी समुद्र की ऊपरी सतह पर भी आ जाते हो | सन 2009 में अलास्का के मछुआरों के एक ग्रुप ने प्रशांत महासागर में एक विशालकाय सांप का वीडियो शूट किया था ऐसे में बड़े समुद्री जीव को इस इलाके में देखे जाने की खबरें 1892 से आती रही हैं . यह जीव किसी बेहद बड़े सांप जैसा लग रहा था | 1872 में अंटार्कटिक महासागर के बीच में मैरिज एलिस्टर नामक जहाज लावारिस और जर्जर हालत में मिला था . जहाज पर क्रू का कोई भी मेंबर नहीं था और क्रू के सारे सामान के साथ साथ शराब भी अछूती ही पड़ी थी | तो फिर अचानक से जहाज में सवार सारे लोग एक साथ कैसे गायब हो गए … अनुमान लगाया जाता है कि इस जहाज पर किसी बड़े और बेहद फुर्तीले जीव ने हमला किया , जिसे ना ही शराब में दिलचस्पी थी और ना ही जहाज को लूटने में बल्कि वह जीव एक के बाद एक जहाज पर मौजूद सभी इंसानों को खा गया |



3. समुद्र में मिली खौफनाक Mummy


Mummy शरीर की उस अवस्था को कहते हैं जिसमें कुछ खास रसायन और विधि से किसी लाश को सड़ने से बचा कर संरक्षित कर लिया जाता है . इस काम के लिए रसायन के साथ-साथ बहुत कम आद्रता और अत्यंत ठंडे वातावरण की भी आवश्यकता होती है | आमतौर पर Mummy पिरामिडों में मिलती है और हजारों साल पुरानी होती हैं आज तक जितनी भी Mummy खोजी गई हैं और में सबसे पुरानी मम्मी करीब 6000 साल पुरानी रही है | लेकिन समुद्र में मिली मम्मी बेहद अजीब थी| असल में यह घटना दक्षिणी Philippines के समुद्र तट की है माना जाता है कि कुछ समय पहले फिलीपींस के समुद्र में एक नाव गुजरी. उस नाव मे एक जर्मनी नाविक सवार था .


किसी अनजान कारणों से अचानक ही उसी नाव में उस नाविक की मृत्यु हो गई | काफी समय बीतने के बाद जब नाव को ढूंढा गया , तो वह नाविक मरी हुई अवस्था में बैठा मिला | वह इस तरह से बैठे हुए थे जैसे गंभीरता से किसी बारे में सोच रहे हो . बड़ा आश्चर्य इस बात का था कि उस नाविक की लाश Mummy बन चुकी थी | जब उनकी लाश की जांच हुई तब पता चला कि उस नाविक की मृत्यु सिर्फ 1 सप्ताह पहले ही हुई थी . अब सवाल यह था कि कोई व्यक्ति इतनी जल्दी Mummy कैसे बन सकता है . क्योंकि एक मृत शरीर को Mummy में बदलने के लिए बहुत अधिक समय लगता है . विशेषज्ञों का मानना है कि समुद्र में मौजूद नमक के कारण ऐसा हुआ होगा . लेकिन समुद्र में मौत की यह पहली घटना नहीं थी. इससे पहले भी ऐसे हादसे होते रहे हैं | लेकिन इस तरह का वाक्य कभी सामने नहीं आया कि मरने वाला कोई शख्स हफ्ते भर में Mummy बन गया हो क्योंकि Mummy को तैयार होने में हजारों साल लग जाते हैं|
दोस्तों अगर आपको आज की यह जानकारी अच्छी लगी हो , तो हमारे इस पोस्ट को शेयर करना ना भूलें धन्यवाद |



Thursday, May 7, 2020

5 ख़तरनाक भारतीय सड़कें – 5 Most Dangerous Roads In India | Subrozone




सड़कें दो स्थानों के बीच के रास्ते का समय बचाने, यातायात और जन सुविधा के लिए होती हैं | लेकिन कभी कभार इन सड़कों को भी ऐसे रास्तों से गुजरना पड़ता है जहाँ एक हलकी सी ढील और फिर मन लो कि आपकी जान पर बन सकती है | जी हाँ पहाड़ों और दर्रों से होकर गुजरने वाले ये रास्ते भारत में भी कई जगहों पर हैं , जहाँ से होकर गुजरने वाले वाहन के चालक का भी दिल खूब मजबूत होना चाहिए | वरना कमजोर दिल वालों की तो जान हलक में उतर आये |
आइये जानते हैं एसी ही कुछ खतरनाक भारतीय सड़कों के बारे में –

लेह-मनाली राजमार्ग भारत में हिमांचल प्रदेश के मनाली और जम्मू कश्मीर के लेह को जोड़ने वाला राजमार्ग और एनएच 21 का हिस्सा है। लेह-मनाली राजमार्ग की औसत ऊंचाई 4000 मीटर और लम्बाई 475 किलोमीटर है। लेकिन तंगलंगला दर्रे में राजमार्ग की ऊंचाई 5000 मीटर से अधिक हो जाती है। यह राजमार्ग साल में केवल 4 से 5 महीने के लिए ही खुलता है और अक्टूबर में भारी बर्फबारी की वजह से बंद हो जाता है। यह पूरा मार्ग पर्वतीय भूभाग में स्थित है। पूरे मार्ग पर शानदार और हैरतअंगेज दृश्य आपका मन मोह लेंगे।

जोजी ला पास - Zoji La

जोजी ला पास हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के पश्चिमी भाग में श्रीनगर और लेह के NH-1 पर स्थित है। इसको गेटवे ऑफ हिमालया के नाम से भी जाना जाता है। समुद्र सतह से लगभग 3465 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह लद्दाख और कश्मीर के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। कश्मीर घाटी का सबसे खतरनाक पास माना जाने वाला जोजी ला पास बर्फ से ढंके हुए पहाड़ों, कश्मीर घाटी और जंगलों से घिरा हुआ है। वसंत ऋतु को छोड़कर भारी बर्फ़बारी के कारण पूरे वर्ष यह स्थान बंद रहता है। एक बार जब आप जोजी ला पास तक पहुंच जाते हैं, तो आपको शक्तिशाली हिमालय पर्वतों के बारे में आश्चर्यजनक दृष्टिकोण दिखने लगता है और आपके यहाँ आने की कीमत अदा करता है।

रोहतांग पास - Rohtang Pass

रोहतांग पास हिमालय का एक प्रमुख पास है। रोहतांग पास भारत देश के हिमाचल प्रदेश में समुद्री तल से 4111 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जहां से मनाली का शानदार दृश्य दिखाई पड़ता है। यह पास, दुनिया की सबसे ऊंची चलने वाली रोड़ है जहां हर साल लाखों पर्यटक इस लॉफी पहाड़ पर भ्रमण करने आते हैं। यहां से पहाडों, सुंदर दृश्यों वाली भूमि और ग्लेसियर का शानदार दृश्य देखा जा सकता है। इन सभी के अलावा इस पर्यटन स्थल में आकर पर्यटक ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग और पैरालाइडिंग भी कर सकते हैं। यह पास साल में मई के महीने में पर्यटकों के लिए खुल जाता है और सितम्बर में भारी बर्फबारी के कारण बंद कर दिया जाता है।

किन्नौर - Kinnaur

किन्नौर रोड भारत में हिमांचल प्रदेश के किन्नौर जिले के संगला घाटी में है। किन्नौर राज्य हिमांचल प्रदेश, भारत में है। किन्नौर और बाकी देश के बीच एक सड़क से जोड़ने के लिए किन्नौर रोड कठिन पहाड़ को काट कर बनाया गया है। इस रोड पर चलने के लिए आपके पास अपने वाहन और आपके ड्राइविंग कौशल में पूर्ण विश्वास होना चाहिए। किन्नौर के अधिकांश गांव काफी ऊंचाई पर हैं, जिनमें से कुछ करीब 4000 मीटर तक की ऊंचाई पर हैं इसीलिए यह एक सूखा और बहुत ठंडा क्षेत्र है। सर्दियों के दौरान (दिसंबर से मई तक) घाटी छह महीने तक, जब भारी बर्फबारी होती है तब यह रोड किसी भी समय बंद किया जा सकता है।

नाथुला पास - Nathu La

नाथुला पास हिमालय का एक पहाड़ी पास है जो भारत के सिक्किम राज्य और तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है। यह लगभग 15000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। नाथू ला पास चीन और भारत के बीच आपसी समझौतों द्वारा स्थापित तीन खुले व्यापार की चौकियों में से एक है। भारत और चीन के बीच 1962 में हुए युद्ध के बाद इसे बंद कर दिया गया था। इसे वापस 5 जूलाई 2006 को व्यापार के लिए खोल दिया गया है। यह पास प्राचीन रेशम मार्ग की एक शाखा का हिस्सा भी रहा है। ये पास हिन्दू और बौद्ध तीर्थयात्रियों के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इस क्षेत्र में मौजूद कई तीर्थ स्थलों की दूरी कम कर देता है।

Wednesday, May 6, 2020

ये हैं दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कुत्ते, ले सकते हैं किसी की भी जान ! Subrozone

ये हैं दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कुत्ते, ले सकते हैं किसी की भी जान !




अगर दुनिया में सबसे वफादार जानवरों की बात की जाए तो उनमें सबसे पहला नाम कुत्तों का ही आता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कुत्ते अपने मालिक के प्रति इतने वफादार होते हैं कि कई बार उनके लिए वह अपनी जान पर भी खेल जाते हैं।
साथ ही ये खतरा महसूस होने पर किसी की जान भी ले सकते हैं। हम आज आपको दुनियाभर के ऐसे ही 10 खतरनाक डॉग ब्रीड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इतने खतरनाक हैं कि इनमें से कई कुत्तों को पालने पर बैन लग चुका है। 
1. पिट बुल
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पिट बुल प्रजाति के कुत्ते सबसे खतरनाक और आक्रामक नस्ल के होते हैं। इसका वजन 16 से 30 किलो के बीच होता है।दुनियाभर के कई देशों ने इन कुत्तों को रखने पर प्रतिबंध तक लगा दिया है। हालांकि, अमेरिका सहित कई अन्य देशों में पिट बुल को आज भी पाला जाता है, लेकिन इनके आक्रामकता को रोकने के लिए बेहतर ट्रेनिंग की जरूरत होती है। सन् 2015 में सिर्फ अमेरिका में ही पिट बुल के हमले से 28 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है।

2. रॉट वेल्लर
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इस प्रजाति के कुत्ते शक्तिशाली तो होते ही है, लेकिन साथ ही बहुत तेजी से किसी को काटने में माहिर भी होते हैं। साल 2014 में अमेरिका में रॉट वेल्लर के काटने से 3 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 1993 से 1996 के बीच अमेरिका में कुत्तों के काटने से कई लोगों की मौत हुई थी, जिनमें आधे से अधिक लोगों की मौत का जिम्मेदार रॉटवेल्लर था। यह 1460 न्यूटन यानी 148 किलो के दबाव से किसी को काट सकता है। इसका वजन 35 से 48 किलो के बीच होता है। कई देशों में इसे पालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
3. जर्मन शेफर्ड
Navodayatimesपुलिसिया कुत्तों के रूप में पहचान बना चुका जर्मन शेफर्ड दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कुत्तों में से एक है। यह लोगों पर 108 किलो के दबाव से अटैक करता है, जिसके बाद बच पाना मुश्किल होता है। इनका वजन 30 से 40 किलो के बीच होता है। कई देशों में इसे पालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
4. डाबरमैन पिन्स्चर
Navodayatimesडाबरमैन पिन्स्चर प्रजाति के कुत्ते भी पुलिसिया डॉग होते हैं, लेकिन अब आम लोग भी इसे घरों में पालने लगे हैं। यह खतरनाक कुत्ता अजनबी लोगों को देखते ही आक्रामक हो जाता है, लेकिन अक्सर मालिकों को देखते ही शांत भी हो जाता है। इसके काटने से साल 2011 में एक महिला की मौत हो गई थी, लेकिन इसके बाद इसके काटने से जुड़ी कोई खबर नहीं आई। इनका वजन 34 से 45 किलो के बीच होता है। कई देशों में इसे पालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
5. बुलमास्टिफ
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बुलमास्टिफ आक्रामक स्वभाव का कुत्ता होता है, जिसके पैर बहुत ही लंबे होते हैं। इस प्रजाति के कुत्तों का वजन 55 से 60 किलो के बीच होता है। साल 2014 में अमेरिका के न्यू जर्सी में इसके काटने से एक 13 साल के बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं, टेक्सास में भी इसके अटैक से एक बच्चे की मौत इसी साल हुई थी। इनका वजन 50 से 59 किलो के बीच होता है।
6. हस्की
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हस्की प्रजाति के कुत्ते खतरनाक होने के साथ-साथ बेहद ही इंटेलिजेंट होते हैं। इन्हें स्लेज डॉग के रूप में भी जाना जाता है, जो बिना पहियों की गाड़ी को बर्फीले मैदानों में खींचने में माहिर होते हैं। यह जब आक्रामक मूड में होता है तब किसी की भी जान ले सकता है। इस प्रजाति के कुत्ते के कारण अमेरिका में 1979 से 1993 के बीच 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इनका वजन 20 से 27 किलो के बीच होता है।
7. मालाम्यूट
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मालाम्यूट प्रजाति के कुत्ते उत्तरी अमेरिका में पाए जाते हैं। आकार में भेड़ियों के समान दिखने वाला मालाम्यूट का वजन 34 से 49 किलो के बीच होता है। इस प्रजाति के कुत्ते इंटेलिजेंट होने के साथ ही एनर्जी और आक्रामकता से भरे होते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास की स्टडी के अनुसार 1966 से 1980 के बीच इस कुत्ते के काटने से 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इनका वजन 36 से 43 किलो के बीच होता है।
8. वोल्फ हाइब्रिड
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वोल्फ हाइब्रिड डॉग्स की कुछ प्रजातियां ऐसी हैं जो भेड़िया और कुत्तों के संकरण से बनी हैं। एक ऐसी प्रजाति वोल्फ हाइब्रिड है। अमेरिका के कई राज्यों में इस प्रजाति के कुत्तों को पालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि यह किसी पर भी अटैक कर सकते हैं। आंकड़ों की माने तो 1979 से 1998 के बीच इस प्रजाति के कुत्तों के काटने से अमेरिका में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इनका वजन 36 से 56 किलो के बीच होता है।
9. बॉक्सर
Navodayatimesबॉक्सर प्रजाति को शिकारी कुत्तों का वंशज कहा जाता है। ये अपने मजबूत जबड़े से किसी को भी अपना शिकार बना सकते हैं। ये कुत्ते सुरक्षात्मक नस्ल के होते हैं। इनकी पहचान अड़ियल कुत्तों के रूप में भी है। इनका वजन 30 से 32 किलो के बीच होता है।
10. ग्रेट डैन

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अगर इस प्रजाति के कुत्तों को सही तरीके से ट्रेनिंग दिया जाए तो ये सुरक्षा के लिहाज से बेहतरीन पालतू जानवर साबित हो सकते हैं। लेकिन ट्रेनिंग के आभाव में ये बेहद खतरनाक हो जाते हैं। इस कारण से इन्हें किलिंग मशीन के नाम से भी जाना जाता है। इनका वजन 54 से 90 किलो के बीच होता है।

Monday, May 4, 2020

विश्व के सबसे खतरनाक 9 रेलमार्ग कौन से हैं | | Subrozone

विश्व के सबसे खतरनाक 9 रेलमार्ग कौन से हैं




ट्रेन में आप सबने सफर तो किया ही होगा. कभी ट्रेन ब्रिज से होकर गुजरती है तो कभी सुरंगों से. इस लेख में कुछ ऐसे रेल मार्गों के बारें में अध्ययन करेंगे जो अपनी बनावट के कारण चर्चा में रहते हैं क्योंकि इनमें से कोई एयरपोर्ट के रनवे से गुज़रता है, कोई भरे बाज़ार से और कोई समुद्र के ऊपर से आदि. इसीलिए लोग दूर-दूर से इन रेल मार्गों को देखने भी आते हैं. आइये ऐसे रेल मार्गों के बारें में अध्ययन करते हैं.


विश्व के 9 सबसे खतरनाक रेलमार्ग
1. नेपियर-गिसबोर्न रेलवे लाइन, न्यूजीलैंड (Napier-Gisborne Railway, New Zealand)
नेपियर से गिसबोर्न तक का यह रेलमार्ग अपने आप में ही अनूठा है क्योंकि यह गिसबोर्न के एयरपोर्ट रनवे या फिर हवाई अड्डे के मुख्य रनवे से होकर गुजरता है. एयर ट्रेफिक कंट्रोल रूम की अनुमति के बाद ही ट्रेन यहाँ पर बनी पटरियों से गुजर सकती हैं.
2. कुरान्दा सीनिक रेलवे केर्न्स, ऑस्ट्रेलिया (Kuranda Scenic Railway Cairns, Australia)
यह रल मार्ग केर्न्स से कुरान्दा के बीच में स्थित है. इसका इस्तेमाल पर्यटन और माल ढुलाई सेवाओं के लिए किया जाता हैं. इस ट्रैक की लम्बाई 37 किलोमीटर है और इससे एक तरफ का सफर एक घंटे 55 मिनट्स में तय किया जा सकता है.
3. मैकलॉन्ग रेलवे मार्केट, थाईलैंड (Maeklong Market Railway, Thailand)

dangerous train in the world


क्या आपने भरे बाज़ार से ट्रेन को गुजरते हुए देखा है नहीं ना, थाईलैंड का मैकलॉन्ग रलवे मार्केट एक लोकल मार्किट है जहाँ पर रेलवे लाइन बिछाई गई है और वो भी मार्किट के बीचो बीच में. यहाँ पर लोग पटरी के साथ में सामान लगा कर बेचते है. जब यहा से ट्रेन गुजरती है तो लोग अपनी दुकानों से सामान हटा लेते है और फिर जब गुजर जाती है तब फिर से अपनी दुकान लगा लेते है. ज्यादा तर इस मार्किट में दुकानदार सब्जी, अंडे और मछली बेचते हैं.


4. ट्रेन ए लास न्यूब्स, अर्जेंटीना (Tren a las Nubes, Argentina)
Train to the cloud
ट्रेन ए लास न्यूब्स, अर्जेंटीना के साल्टा प्रोविंस में एक टूरिस्ट सर्विस ट्रेन है. यह विश्व की 5वीं सबसे ऊची रेल सर्विस हैं. जिस ब्रिज से यह ट्रेन होकर गुजरती है वो अर्जेंटीना में समुद्र तल से चार हजार मीटर की ऊंचाई पर एंडीज पर्वत श्रृंखला में स्थित है जिसे ‘ट्रेन टू द क्लाउड’ भी कहा जाता है. इस रेलवे लाइन में 29 ब्रिज (bridges), 21 सुरंगें (tunnels), 13 वियाडक्ट्स (viaducts), 2 स्पाइरल (spirals) और 2 जिग जेग (zig zag) हैं. यह ट्रेन 16 घंटे के सफर में 217 किमी की यात्रा करती है, जिसमें 3000 मीटर की चढ़ाई भी चढ़ती है. इस रेलमार्ग का निर्माण 1920 में हुआ था और इस प्रोजेक्ट के हेड अमेरिकी इंजीनियर रिचर्ड फोन्टेन मरे थे.
5. ट्रांस-साइबेरियन रेलवे, रूस (Trans-Siberian Railway, Russia)
यह विश्व का सबसे बड़ा रेलमार्ग हैं. यह रेलमार्ग मास्को से लेकर रूस और जापान के समुद्र को जोड़ता है. साथ ही यह मंगोलिया, चीन और उत्तर कोरिया को भी जोड़ता है. इस रेलवे ट्रैक की लंबाई 9,289 किलोमीटर है और इसका निर्माण 1981 से 1916 AD के बीच में हुआ था.  
6. जॉर्जटाउन लूप रेलरोड कोलोराडो, यूएसए (Georgetown Loop Railroad, USA)


Georgetown Loop Railroad


कोलोराडो का जॉर्जटाउन लूप रेलरोड अपनी सुन्दरता के कारण चर्चा में रहता है. यह रेल मार्ग यूएसए के कोलोराडो की क्लियर क्रीक कंट्री के रॉकी पर्वत पर स्थित है. 1884 में यह बनकर तैयार हो गया था. यह रेल मार्ग जॉर्जटाउन और सिल्वर प्लम माउंटेन से होकर भी गुजरता है. कोलोराडो और इस दक्षिण रेलमार्ग का इस्तेमाल 1899 से लेकर 1938 के बीच पैसेंजर ट्रेन और माल गाड़ी के लिए किया जाता था. 1939 में इसे बंद कर दिया गया था. परन्तु 1984 में 100 वर्ष पूरे होने पर पर्यटन सेवाएं प्रदान करने के उदेश्य से फिर से इसको शुरू कर दिया गया था.
7. बर्मा रेलवे (द डेथ रेलवे) (Burma railway, The death Railway)
इन सारे रेल मार्गों में एक ऐसा रेलमार्ग भी है जिसे डेथ रेलवे भी कहा जाता है. यह रेलमार्ग बैंकॉक, थाईलैंड, रंगून, और बर्मा के मध्य में स्थित है और इसकी लम्बाई 415 किलोमीटर है. इसको डेथ रेलमार्ग के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इस रेलमार्ग के पुल का निर्माण करते वक्त लगभग एक लाख मजदूरों की कवाई नदी में गिरने से मौत हो गई थी. इसको 1947 में बंद कर दिया गया था और दस साल पूरे होने पर फिर से 1957 में इस रेलमार्ग को खोल दिया गया था.
8. रामेश्वरम रेलमार्ग, चेन्नई (Rameshwaram Railway track, Chennai)
Rameshwaram Railway track Chennai
यह एक ऐसा रेल मार्ग है जो समुद्र के ऊपर से होकर गुजरता है. इस रेल ब्रिज को पंबन ब्रिज भी कहते है. यह दक्षिण भारत में तमिलनाडु को रामेश्वरम के पंबन द्वीप से जोड़ता है. इस पुल की लम्बाई तकरीबन 2 किलोमीटर है और इसका निर्माण कार्य अगस्त 1911 में शुरू किया गया था और 24 फरवरी 1914 में यह बनकर तैयार हो गया था. यह भारत का दूसरा सबसे लंबा पुल है. जहाजों को वहाँ से पास कराने के लिए पुल के मध्य भाग को खोला जाता है. 23 दिसम्बर 1964 में भयंकर तूफ़ान की वजह से पंबन ट्रेन पटरी से पलट गई थी जिसके कारण 150 लोगों ने अपना जीवन खो दिया था.
9. गोकटेक वियाडक्ट, मयन्मार (Gokteik Viaduct, Mayanmar)
यह रेलमार्ग अपने आप में अनोखा है क्योंकि जब यह बनकर तैयार हुआ था तब यह विश्व का सबसे बड़ा रेल का ढांचा था. यह रेल मयन्मार के Nawnghkio जगह में स्थित है. यह pyin oo lwin के दो पहाड़ी शहरों को जोड़ता है. यह मयन्मार का सबसे ऊंचा पुल है. पेंनीसिल्वेनिया और मैरलैंड कंपनी के द्वारा 1899 में इस पुल के निर्माण कार्य को शुरू किया गया था और 1900 में यह बनकर तैयार हो गया था. इस पुल की लम्बाई 689 मीटर है. यह पुल 15 टावरों पर खड़ा है.