विश्व के सबसे खतरनाक 9 रेलमार्ग कौन से हैं
ट्रेन में आप सबने सफर तो किया ही होगा. कभी ट्रेन ब्रिज से होकर गुजरती है तो कभी सुरंगों से. इस लेख में कुछ ऐसे रेल मार्गों के बारें में अध्ययन करेंगे जो अपनी बनावट के कारण चर्चा में रहते हैं क्योंकि इनमें से कोई एयरपोर्ट के रनवे से गुज़रता है, कोई भरे बाज़ार से और कोई समुद्र के ऊपर से आदि. इसीलिए लोग दूर-दूर से इन रेल मार्गों को देखने भी आते हैं. आइये ऐसे रेल मार्गों के बारें में अध्ययन करते हैं.
विश्व के 9 सबसे खतरनाक रेलमार्ग
1. नेपियर-गिसबोर्न रेलवे लाइन, न्यूजीलैंड (Napier-Gisborne Railway, New Zealand)
नेपियर से गिसबोर्न तक का यह रेलमार्ग अपने आप में ही अनूठा है क्योंकि यह गिसबोर्न के एयरपोर्ट रनवे या फिर हवाई अड्डे के मुख्य रनवे से होकर गुजरता है. एयर ट्रेफिक कंट्रोल रूम की अनुमति के बाद ही ट्रेन यहाँ पर बनी पटरियों से गुजर सकती हैं.
2. कुरान्दा सीनिक रेलवे केर्न्स, ऑस्ट्रेलिया (Kuranda Scenic Railway Cairns, Australia)
यह रल मार्ग केर्न्स से कुरान्दा के बीच में स्थित है. इसका इस्तेमाल पर्यटन और माल ढुलाई सेवाओं के लिए किया जाता हैं. इस ट्रैक की लम्बाई 37 किलोमीटर है और इससे एक तरफ का सफर एक घंटे 55 मिनट्स में तय किया जा सकता है.
3. मैकलॉन्ग रेलवे मार्केट, थाईलैंड (Maeklong Market Railway, Thailand)
1. नेपियर-गिसबोर्न रेलवे लाइन, न्यूजीलैंड (Napier-Gisborne Railway, New Zealand)
नेपियर से गिसबोर्न तक का यह रेलमार्ग अपने आप में ही अनूठा है क्योंकि यह गिसबोर्न के एयरपोर्ट रनवे या फिर हवाई अड्डे के मुख्य रनवे से होकर गुजरता है. एयर ट्रेफिक कंट्रोल रूम की अनुमति के बाद ही ट्रेन यहाँ पर बनी पटरियों से गुजर सकती हैं.
2. कुरान्दा सीनिक रेलवे केर्न्स, ऑस्ट्रेलिया (Kuranda Scenic Railway Cairns, Australia)
यह रल मार्ग केर्न्स से कुरान्दा के बीच में स्थित है. इसका इस्तेमाल पर्यटन और माल ढुलाई सेवाओं के लिए किया जाता हैं. इस ट्रैक की लम्बाई 37 किलोमीटर है और इससे एक तरफ का सफर एक घंटे 55 मिनट्स में तय किया जा सकता है.
3. मैकलॉन्ग रेलवे मार्केट, थाईलैंड (Maeklong Market Railway, Thailand)
क्या आपने भरे बाज़ार से ट्रेन को गुजरते हुए देखा है नहीं ना, थाईलैंड का मैकलॉन्ग रलवे मार्केट एक लोकल मार्किट है जहाँ पर रेलवे लाइन बिछाई गई है और वो भी मार्किट के बीचो बीच में. यहाँ पर लोग पटरी के साथ में सामान लगा कर बेचते है. जब यहा से ट्रेन गुजरती है तो लोग अपनी दुकानों से सामान हटा लेते है और फिर जब गुजर जाती है तब फिर से अपनी दुकान लगा लेते है. ज्यादा तर इस मार्किट में दुकानदार सब्जी, अंडे और मछली बेचते हैं.
4. ट्रेन ए लास न्यूब्स, अर्जेंटीना (Tren a las Nubes, Argentina)
ट्रेन ए लास न्यूब्स, अर्जेंटीना के साल्टा प्रोविंस में एक टूरिस्ट सर्विस ट्रेन है. यह विश्व की 5वीं सबसे ऊची रेल सर्विस हैं. जिस ब्रिज से यह ट्रेन होकर गुजरती है वो अर्जेंटीना में समुद्र तल से चार हजार मीटर की ऊंचाई पर एंडीज पर्वत श्रृंखला में स्थित है जिसे ‘ट्रेन टू द क्लाउड’ भी कहा जाता है. इस रेलवे लाइन में 29 ब्रिज (bridges), 21 सुरंगें (tunnels), 13 वियाडक्ट्स (viaducts), 2 स्पाइरल (spirals) और 2 जिग जेग (zig zag) हैं. यह ट्रेन 16 घंटे के सफर में 217 किमी की यात्रा करती है, जिसमें 3000 मीटर की चढ़ाई भी चढ़ती है. इस रेलमार्ग का निर्माण 1920 में हुआ था और इस प्रोजेक्ट के हेड अमेरिकी इंजीनियर रिचर्ड फोन्टेन मरे थे.
5. ट्रांस-साइबेरियन रेलवे, रूस (Trans-Siberian Railway, Russia)
यह विश्व का सबसे बड़ा रेलमार्ग हैं. यह रेलमार्ग मास्को से लेकर रूस और जापान के समुद्र को जोड़ता है. साथ ही यह मंगोलिया, चीन और उत्तर कोरिया को भी जोड़ता है. इस रेलवे ट्रैक की लंबाई 9,289 किलोमीटर है और इसका निर्माण 1981 से 1916 AD के बीच में हुआ था.
6. जॉर्जटाउन लूप रेलरोड कोलोराडो, यूएसए (Georgetown Loop Railroad, USA)
यह एक ऐसा रेल मार्ग है जो समुद्र के ऊपर से होकर गुजरता है. इस रेल ब्रिज को पंबन ब्रिज भी कहते है. यह दक्षिण भारत में तमिलनाडु को रामेश्वरम के पंबन द्वीप से जोड़ता है. इस पुल की लम्बाई तकरीबन 2 किलोमीटर है और इसका निर्माण कार्य अगस्त 1911 में शुरू किया गया था और 24 फरवरी 1914 में यह बनकर तैयार हो गया था. यह भारत का दूसरा सबसे लंबा पुल है. जहाजों को वहाँ से पास कराने के लिए पुल के मध्य भाग को खोला जाता है. 23 दिसम्बर 1964 में भयंकर तूफ़ान की वजह से पंबन ट्रेन पटरी से पलट गई थी जिसके कारण 150 लोगों ने अपना जीवन खो दिया था.
9. गोकटेक वियाडक्ट, मयन्मार (Gokteik Viaduct, Mayanmar)
यह रेलमार्ग अपने आप में अनोखा है क्योंकि जब यह बनकर तैयार हुआ था तब यह विश्व का सबसे बड़ा रेल का ढांचा था. यह रेल मयन्मार के Nawnghkio जगह में स्थित है. यह pyin oo lwin के दो पहाड़ी शहरों को जोड़ता है. यह मयन्मार का सबसे ऊंचा पुल है. पेंनीसिल्वेनिया और मैरलैंड कंपनी के द्वारा 1899 में इस पुल के निर्माण कार्य को शुरू किया गया था और 1900 में यह बनकर तैयार हो गया था. इस पुल की लम्बाई 689 मीटर है. यह पुल 15 टावरों पर खड़ा है.
5. ट्रांस-साइबेरियन रेलवे, रूस (Trans-Siberian Railway, Russia)
यह विश्व का सबसे बड़ा रेलमार्ग हैं. यह रेलमार्ग मास्को से लेकर रूस और जापान के समुद्र को जोड़ता है. साथ ही यह मंगोलिया, चीन और उत्तर कोरिया को भी जोड़ता है. इस रेलवे ट्रैक की लंबाई 9,289 किलोमीटर है और इसका निर्माण 1981 से 1916 AD के बीच में हुआ था.
6. जॉर्जटाउन लूप रेलरोड कोलोराडो, यूएसए (Georgetown Loop Railroad, USA)
कोलोराडो का जॉर्जटाउन लूप रेलरोड अपनी सुन्दरता के कारण चर्चा में रहता है. यह रेल मार्ग यूएसए के कोलोराडो की क्लियर क्रीक कंट्री के रॉकी पर्वत पर स्थित है. 1884 में यह बनकर तैयार हो गया था. यह रेल मार्ग जॉर्जटाउन और सिल्वर प्लम माउंटेन से होकर भी गुजरता है. कोलोराडो और इस दक्षिण रेलमार्ग का इस्तेमाल 1899 से लेकर 1938 के बीच पैसेंजर ट्रेन और माल गाड़ी के लिए किया जाता था. 1939 में इसे बंद कर दिया गया था. परन्तु 1984 में 100 वर्ष पूरे होने पर पर्यटन सेवाएं प्रदान करने के उदेश्य से फिर से इसको शुरू कर दिया गया था.
7. बर्मा रेलवे (द डेथ रेलवे) (Burma railway, The death Railway)
इन सारे रेल मार्गों में एक ऐसा रेलमार्ग भी है जिसे डेथ रेलवे भी कहा जाता है. यह रेलमार्ग बैंकॉक, थाईलैंड, रंगून, और बर्मा के मध्य में स्थित है और इसकी लम्बाई 415 किलोमीटर है. इसको डेथ रेलमार्ग के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इस रेलमार्ग के पुल का निर्माण करते वक्त लगभग एक लाख मजदूरों की कवाई नदी में गिरने से मौत हो गई थी. इसको 1947 में बंद कर दिया गया था और दस साल पूरे होने पर फिर से 1957 में इस रेलमार्ग को खोल दिया गया था.
8. रामेश्वरम रेलमार्ग, चेन्नई (Rameshwaram Railway track, Chennai)
इन सारे रेल मार्गों में एक ऐसा रेलमार्ग भी है जिसे डेथ रेलवे भी कहा जाता है. यह रेलमार्ग बैंकॉक, थाईलैंड, रंगून, और बर्मा के मध्य में स्थित है और इसकी लम्बाई 415 किलोमीटर है. इसको डेथ रेलमार्ग के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इस रेलमार्ग के पुल का निर्माण करते वक्त लगभग एक लाख मजदूरों की कवाई नदी में गिरने से मौत हो गई थी. इसको 1947 में बंद कर दिया गया था और दस साल पूरे होने पर फिर से 1957 में इस रेलमार्ग को खोल दिया गया था.
8. रामेश्वरम रेलमार्ग, चेन्नई (Rameshwaram Railway track, Chennai)
9. गोकटेक वियाडक्ट, मयन्मार (Gokteik Viaduct, Mayanmar)
यह रेलमार्ग अपने आप में अनोखा है क्योंकि जब यह बनकर तैयार हुआ था तब यह विश्व का सबसे बड़ा रेल का ढांचा था. यह रेल मयन्मार के Nawnghkio जगह में स्थित है. यह pyin oo lwin के दो पहाड़ी शहरों को जोड़ता है. यह मयन्मार का सबसे ऊंचा पुल है. पेंनीसिल्वेनिया और मैरलैंड कंपनी के द्वारा 1899 में इस पुल के निर्माण कार्य को शुरू किया गया था और 1900 में यह बनकर तैयार हो गया था. इस पुल की लम्बाई 689 मीटर है. यह पुल 15 टावरों पर खड़ा है.
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